SEEDHI BAAT WITH LALU PRASAD YADAV

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                                      मोदी के गुरू गोलवलकर आरक्षण और दलित विरोधी – लालू प्रसाद

                                   मोदी दलित समर्थक हैं तो अपने गुरू गोलवलकर की किताब जलाएं लालू प्रसाद

                                      नीतीश के ख़िलाफ़ पीएम और उनका पूरा कैबिनेट जुटा – लालू प्रसाद

                                    बिहार चुनाव का नतीजा मोदी के कामकाज का आंकलन करेगा लालू प्रसाद

                                              मोदी ने पूरे देश को आतंकित कर रखा है – लालू प्रसाद

 

पटना, 19 अक्तूबर 2015- “आरएसएस और बीजेपी आरक्षण विरोधी हैं। इस मुद्दे पर मोदी और मोहन भागवत एक साथ हैं। आरक्षण पर मोहन भागवत ने अपने बयान को नकारा नहीं है। नरेन्द्र मोदी के गुरू हैं एमएस गोलवलकर।  और गोलवलकर अपनी किताब बंच ऑफ़ थॉट्स में लिखते हैं जातीय आधार पर आरक्षण ऊंची जाति के लोगों के लिये दुखदायी है। ये लोग ब्राह्मणवादी व्यवस्था के संयोजक हैं। इन लोगों ने बाबा साहेब अंबेडकर का अपमान किया है। ज़रूरत पड़ेगी तो मैं गोलवलकर की किताब को जला दूंगा। राष्ट्रीय जनता दल अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने ये बात राहुल कंवल से सीधी बात के दौरान कही।

 ये सवाल किये जाने पर कि अब तो गोलवरकर नहीं नरेन्द्र मोदी का एजेंडा है?

जवाब में आरजेडी लालू यादव ने कहा मोदी अगर आरक्षण के पक्षधर हैं तो अपने गुरू की किताब बंच ऑफ़ थॉट्स को जलाएं। ये लोग सब दलित,पिछड़ा और आदिवासी विरोधी हैं। गोलवरकर ने अपनी किताब बंच ऑफ़ थॉट्स में लिखा है कि काशी विश्वनाथ मंदिर में अगर कोई दलित आए तो उसका विरोध करना उचित है। पावर के अहंकार में आकर ये लोग उस एजेंडे को लागू करना चाहते हैं।”  

साथ ही आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव ने जोड़ा- हमने इस मुद्दे को ख़ुद किसी चुनावी फ़ायदे के लिये नहीं छेड़ा है बल्कि मोहन भागवत ने ही ख़ुद ये मुद्दा उठाया है। लगातार मोहन भागवत आरक्षण के खिलाफ़ बोलते आए हैं। सच तो ये है कि नरेन्द्र मोदी ने भी एक किताब लिखा है जिस पर सिर पर मैला ढोने वालों के लिये कहा है कि वो लोग सिर पर मैला आध्यात्मिक सुख के लिये ढोते हैं। अगर इसमें आध्यात्मिक सुख है तो बीजेपी वाले ख़ुद क्यों नहीं सिर पर मैला ढोते हैं।  

ये पूछे जाने पर कि लोकसभा में वोट विकास और नई उम्मीदों को ध्यान में रख कर पड़े थे। लेकिन इस चुनाव में आप पर आरोप लग रहा है कि आप जातिवाद पर आ गए हैं? इस सवाल के जवाब में लालू यादव ने कहा हमने नहीं उठाया पिछड़े और अगड़े का मुद्दा। नरेन्द्र मोदी ख़ुद बोलते हैं हम चायवाले के बेटे हैं। ये लोग विकास की बात करते थे। और अब ये सब बोल कर चुनाव को कहां लेकर जा रहे हैं। अमित शाह को कोई जानकारी नहीं है। भारतीय राजनीति का कखग नहीं मालूम। अमित शाह कहते हैं हमने देश को बैकवर्ड पीएम दिया। देवे गौ़ड़ा कौन थे। हम इनकी कही बात को पकड़ते हैं तो इसमें कौन सा पाप हो गया।“  

इस सवाल पर कि विरोधी जब जंगलराज की बात करते हैं तो आपको चोट पहुंचती है? जवाब में लालू यादव ने कहा विरोधियों के इस बयान से हमको फ़ायदा हो गया। हमारे राज्य में ग़रीब और दलित ऊपर आए। हमने दी आवाज़, आप कहते हैं जंगल राज। इनका मंगल राज कहा हैं। सारे अपराधियों को टिकट दिया है। 

लेकिन आप के राज्य में बिहार की छवि ख़राब नहीं हो गई थी? अपराध बढ़े थे और क्या महिलाओं का घर से बाहर निकलना मुश्किल नहीं हो गया था? इसके जवाब में लालू यादव ने कहा- ये लोगों ने मेरे ख़िलाफ़ झूठा प्रचार किया। ये विरोधियों की साज़िश थी। मेरे राज्य में कभी महिलाओं को किसी तरह का भय नहीं रहा। ऐसी ही बातें करके बाहर से आने वालों को सिखों को डरा रखा था कि बहार में गुरू गोविंद सिंह के गुरूद्वारे मत जाओ। लेकिन जब यहां सिख भाई, बहनें और बच्चे आए तो उन्होंने पाया कि बिहार और बिहारी कितने अच्छे हैं। जो लोग बिहार को जंगलराज पुकारते हैं वो बिहार के दुश्मन हैं। 

आपको मलाल है कि आपके बीफ़ वाले बयान पर इतना हंगामा क्यों हुआ?  जवाब में लालू यादव ने कहा मैंने बीफ़ पर कोई बयान नहीं दिया। नरेन्द्र मोदी ने ख़ुद 40 हज़ार करोड़ का समझौता किया है। उनके राज्य में सबसे बड़ा बूचड़खाना है। 4 बूचड़ख़ाने हैं। उनमें से एक मुस्लिम का है। बाक़ी तीन ब्राह्मणों के हैं। ऐसी बातें करके कभी ये लोग दंगा करते हैं, कहीं गोमाता का मुद्दा उठा देते हैं।” 

तो इससे क्या ये लोग वोटों का ध्रुवीकरण करने में सफल हुए हैं ?  जवाब में लालू यादव ने कहा ध्रुवीकरण क्या करेंगे। ये तो आंधी है बीजेपी के इरादों को लोग समझ गए हैं। यहां चुनाव में गठबंधन की आंधी है।

इस सवाल पर कि महागठबंधन की सरकार बनी तो आपका क्या रोल रहेगा और क्या अपने बेटे को डिप्टी सीएम बनाना चाहेंगे?  जवाब में लालू यादवने कहा हमारी सरकार बनी तो हम ग़रीबी, बेरोज़गारी और बिजली पानी की कमी दूर करने के लिये एकजुट होकर मेहनत से काम करेंगे। रही बात बेटे को डिप्टी सीएम बनाने की तो ऐसा कोई एजेंडा नहीं है। सरकारी फ़ैसलों में मेरा कोई दख़ल नहीं रहेगा। मेरा बिल्कुल नो डिस्टरबेंस का रवैया रहेगा। मेरा काम है बिहार से बीजेपी को भगाना और फिर दिल्ली पर चढ़ाई करना।  

लालू प्रसाद ने आगे जोड़ा– इस बार के बिहार चुनाव को मैं नेशनल एलेक्शन इसलिये पुकार रहा हूं क्योंकि इस चुनाव में नरेन्द्र मोदी के काम का आंकलन होगा। क्योंकि बिहार में दिल्ली आकर चुनाव लड़ रहा है। नीतीश के शासन को नेस्तानाबूद करने के लिये पीएम, उनका सारा कैबिनेट,आरएसएस सब यहां जुटे हुए हैं। बिहार का चुनाव है पीएम यहां क्या कर रहे हैं। जो वादे उन्होंने लोकसभा चुनाव में किये थे काले धन से लेकर रोज़गार तक के उनको लेकर मोदी के पास कोई जवाब नहीं है। और इसके अलावा ये लोग दलित विरोधी, पिछड़ा विरोधी, अल्पसंख्यक विरोधी और किसान विरोधी हैं। मोदी के राज्य में मीडिया से लेकर व्यापारी तक सब सहमे हुए हैं। सिर्फ़ सांस्कृतिक असहनशीलता नहीं है बल्कि पूंजीपति तक मोदी सरकार से आतंकित हैं।”