सामाजिक स्तर बढ़ाने के लिए ‘सीएसआर’ प्रभावी

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पुणे: “समाज के विभिन्न स्तरों की समस्याओं को हल करने में सरकार के साथ-साथ सामाजिक संस्थाओं का योगदान बहुत बड़ा है. जो काम सरकार कर नही सकती वो काम सामाजिक संगठनों की जिम्मेदारी है कि वे काम करें. इसके लिए, सीएसआर को इन संगठनों से वित्तीय सहायता की आवश्यकता होती है. सीएसआर सामाजिक कार्यों को बढ़ावा देने सहित सामुदायिक विकास के स्तर को बढ़ाने में मदद करता है. इसलिए, उद्योगों को सामाजिक संगठनों को अपना ‘सीएसआर’ देना चाहिए, ऐसा फियाट इंडिया लिमिटेड के व्हाइस प्रेसीडेंट (ऑपरेशन और सीएसआर) राकेश बवेजा ने कहा.

कर्वे सामाजिक सेवा संस्था, लायन्स क्लब्स इंटरनॅशनल और उद्योग संगठनों को एक साथ लाने के लिए आयोजित ‘सीएसआर सम्मेलन’  में वे बात कर रहे थे. कर्वेनगर के कर्वे सामाजिक सेवा संस्था में हुए सम्मेलन  में लायन्स क्लब  इंटरनॅशनल के प्रांतपाल ओमप्रकाश पेठे, उपप्रांतपाल सीए अभय शास्त्री, हेमंत नाईक, कर्वे इन्स्टिट्यूट के संचालक डॉ. दीपक वलोकर, डॉ. महेश ठाकूर, परिषद के प्रमुख समन्वयक अनिल मंद्रुपकर, सहसमन्वयक किशोर मोहोळकर, तेजस्विनी सवाई, काशिनाथ येनपुरे उपस्थित थे. सम्मेलन सभी भागीदारों को एक मंच पे लाने के लिए इस सम्मेलन का आयोजन किया गया था, ताकि समय बचाने और भागीदारों के बीच विश्वास कायम किया जाए. लायन अनिल मन्द्रुपकर ने सम्मेलन का उद्देश्य विस्तार से बताया.

राकेश बवेजा ने कहा, “सीएसआर समाज को बदलना संभव है. सीएसआर के कार्यान्वयन में महाराष्ट्र नंबर एक राज्य है. महाराष्ट्र में सालाना औसतन २५०० करोड़ रुपये खर्च किए जाते हैं. कॉर्पोरेट सिस्टम में काम की गति बहुत महत्वपूर्ण है. सीएसआर के माध्यम से शासन और प्रशासनिक प्रणाली की खामियों को ठीक किया जा सकता है. कॉर्पोरेट कानून के तहत कॉर्पोरेट दायित्व उद्योग संगठनों के लिए अपने ऋण का भुगतान करने या समाज के लिए कुछ करने के लिए एक साधन रहा है.

डॉ. महेश ठाकुरने सीएसआर के तहत पांच वर्षों में किए गए कार्यों की समीक्षा और सामाजिक संगठनों के लिए नए बनाए गए अवसरों का मार्गदर्शन किया. उन्होंने गैर सरकारी संगठनों को एक सवाल की तह तक जाने की चुनौती दी और गैर सरकारी संगठनों के लिए प्रशिक्षित और पेशेवर सामाजिक कार्यकर्ताओं की वश्यकता व्यक्त की. चयन पारधीने एनजीओ के क्षमता निर्माण पर विस्तृत जानकारी दी, जबकि पर्सिस्टेंट की योगिता आपटेने एनजीओ के चयन की प्रक्रिया और आवेदन की प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी. कमिंस इंडिया के अमित लेले, सुदर्शन केमिकल्स की माधुरी सणस, फियाट इंडिया लिमिटेड के प्रदीप पाटिल, ओरलिकॉन ब्लेज़र्स लिमिटेड की वेंदती पाटीलने सीएसआर के तहत कंपनियोंद्वारा किए गए काम के बारे में जानकारी दी.

इस समय प्रदीप पाटील (फियाट इंडिया प्राव्हेट लिमिटेड), अनिल मंद्रुपकर (कमिन्स इंडिया), रमेश बाबू व् विकास कौशिक (माझगाव डॉक लिमिटेड), माधुरी सणस (सुदर्शन केमिकल्स), सौरभ गाडगीळ ( पी.एन. गाडगीळ ज्वेलर्स), सिद्धार्थ यवलकर (टाटा टेक्नॉलॉजी), ऋषि आगरवाल, दीप्ती कांबळे (एस एल के ग्लोबल सोल्युशन्स लिमिटेड), प्रणव चौगुले (आइडीएफसी फर्स्ट बैंक), वेदांगी पाटील (ओरलीकॉन ब्लेझर्स लिमिटेड) इन्होंने कम्पनी की तरफ से ‘सीएसआर अवार्ड’ का स्वीकार किया.