कोरोना से सकते में महाराष्ट्र के केबल आपरेटर, ट्राई को लिखा खत

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18/3/2020- देश में कोरोना वायरस से हर वर्ग हर क्षेत्र प्रभावित होता देखा जा सकता है। भारत में कोरोना से पीड़ितों की संख्या 130 से अधिक हो गई हैं, वहीं इस महामारी ने तीन लोगों की जिंदगी भी खत्म कर दी गई है। इस महामारी के निशाने पर अब केबल आपरेटर भी आ गए हैं। केबल आपरेटरों का कोरोना से भयभीत होने का मुख्य कारण ट्राई का एक आदेश है। महाराष्र्ट्र में ट्राई के न्यू टैरिफ आर्डर-2 (NTO 2.0) को लागू करने में कोरोना का डर बाधक बन गया है।

बता दें की इसी खतरे के डर से महाराष्ट्र केबल ऑपरेटर फेडरेशन ने ट्राई को ईमेल भेज कर NTO-2.0 आदेश के पालन को लेकर वक्त मांगा है। ट्राई ने न्यू टैरिफ आर्डर -2 (NTO 2.0) लागू किया है। इस आदेश के अनुसार ब्रॉडकास्टिंग कंपनियों को एक बार फिर नए प्लान्स नयी दरों पर लागू करना है। अब इन प्लान्स के बारें में उपभोक्ताओं को समझाने की जिम्मेदारी सभी डिस्ट्रीब्यूटर्स पर आ गयी है। इसको लेकर केबल कर्मचारियों का कहना है कि घर-घर जाकर लोगों को नए प्लान्स आदि के बारे में समझाना किसी खतरे से कम नहीं है, उनके कोरोना वायरस के पैसिव कैरियर बनने का खतरा है।

इसके अलावा महाराष्ट्र केबल ऑपरेटर्स फेडरेशन (MCOF) ने सोमवार भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (TRAI) से डिफरेंशमेंट को डायरेक्ट-टू-होम (डीटीएच) और इंटरनेट प्रोटोकॉल टेलीविजन (आईपीटीवी) ऑपरेटरों के लिए भी लागू करने का भी अनुरोध किया है। अरविंद प्रभु के लिखे खत में यह बात भी सामने आयी है कि ट्राई से मिले वक्त का उपयोग बेहतर तरीके से किया जाएगा। साथ ही फेडरेशन ने इस क्षेत्र में यथास्थिति सुनिश्चित करने के लिए डीटीएच और आईपीटीवी ऑपरेटरों के लिए भी अनुरोध किया है। एमसीओएफ प्रेसिडेंट अरविंद प्रभू के लिखे पत्र के अनुसार फेडरेशन के इस खत को मेल कर दिया है और अब वो प्राधिकरण के जवाब का इंतजार कर रहे हैं।